यदि में एस्ट्रोनॉट बन जाऊपर एक निबंध

An Essay on If I be an Astronaut in Hindi
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An Essay on If I be an Astronaut in Hindi

यदि में एस्ट्रोनॉट बन जाऊपर एक निबंध

अक्सर स्कूल प्रोजेक्ट में  “यदि में एस्ट्रोनॉट बन जाऊ” An Essay on If I be an Astronaut in Hindi विषय पर निबंध लिखने को दिया जाता है तो आज हम आपके लिए एक निबंध प्रस्तुत कर रहे हैं जिसे पढ़कर आपको आइडिया हो जाएगा कि  इस विषय पर किस प्रकार से निबंध किसना है, ध्यान रखिए पूरा निबंध कॉपी पेस्ट नहीं करना है आपको यह निबंध पढ़ कर आपके मन में जो उच्च विचार उठे और विचारों को लिखना है तभी अब अच्छा निबंध लिखना सीख सकेंगे तो यह शुरू करते हैं.  अन्य विषयों पर निबंध के लिए आप हमें कमेंट बॉक्स में लिखकर रिक्वेस्ट कर सकते हैं

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यदि में एस्ट्रोनॉट बन जाऊ पर एक निबंध

An Essay on If I be an Astronaut in Hindi
यदि मैं एस्ट्रोनॉट बन जाऊं तो मुझे बहुत अच्छा लगेगा, एस्ट्रोनॉट का कैरियर आकर्षक होता है एस्ट्रोनॉट रॉकेट में बैठकर अंतरिक्ष में जाते हैं,  अंतरिक्ष में अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन है जहां पर कई एस्ट्रोनॉट रहते हैं कुछ एस्ट्रोनॉट तो चंद्रमा की सतह पर भी चल कर आए हैं, यह देखकर आश्चर्य होता है कि एस्ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष स्टेशन के अंदर इधर-उधर उड़ते रहते हैं क्योंकि वहां पर गुरुत्वाकर्षण नहीं है यह सब देख कर बहुत अजीब लगता है कैस्टर नोट ऐसे माहौल में कैसे रहते होंगे,  बिना गुरुत्वाकर्षण के होना कैसा लगता होगा.

An Essay on If I be an Astronaut in Hindi

अगर मैं  एस्ट्रोनॉट बन जाऊं चंद्रमा और मंगल दोनों पर जाना चाहूंगा  एस्ट्रोनॉट बन कर चंद्रमा पर कूदना मुझे बहुत अच्छा लगेगा,  मैं एक एस्ट्रोनॉट बन मंगल ग्रह पर जाना चाहूंगा, मंगल ग्रह कि लाल सतह  पर चलना बहुत ही मजेदार होगा, मैं अंतरिक्ष में जाकर पृथ्वी को एक नीले गोले  की तरह देखना चाहता हूं, ऊपर से देखने पर हमारी धरती बहुत सुंदर दिखाई देती है जब मैं एस्ट्रोनॉट बन जाऊंगा तो पृथ्वी का चक्कर लगाऊंगा और अंतरिक्ष से पूरे भारत देश को और महासागरों को देखूंगा अंतरिक्ष से हमारा  पूरा भारत दिखाई देगा, यह पल बहुत ही मजेदार होगा.

एस्ट्रोनॉट बनने के लिए क्या करना पड़ेगा

मैं एस्ट्रोनॉट बनना चाहता हूं पर मुझे ठीक ठीक है नहीं पता है की एस्ट्रोनॉट बनने के लिए क्या करना पड़ता है,  मेरे पैरंट्स कहते हैं कि इसके लिए तुम्हें बहुत मेहनत करनी होगी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देना होगा साथ ही साथ तुम्हें खेलों में भी हिस्सा लेना होगा ताकि तुम्हारा शरीर मजबूत बने.

एस्ट्रोनॉट  को ताकतवर और स्वस्थ होना ही चाहिए तभी वह रॉकेट में बैठकर मंगल ग्रह की इतनी कठिन यात्रा कर सकता है,  यह सब सोच कर मैं अब पढ़ाई में ध्यान देने लगा हूं और खासतौर पर विज्ञान और गणित विषयों का अधिक अध्ययन करता हूं,  साथ ही साथ फुटबॉल और बॉस्केटबॉल खेल में भी काफी मेहनत करता हूं ताकि मेरा शरीर ताकतवर बन सके.

मेरे फेवरेट एस्ट्रोनॉट

नील आर्मस्ट्रांग और वेलेंटीना टैरेशकोवा मेरे फेवरेट  एस्ट्रोनॉट है, नील आर्मस्ट्रांग वह पहले व्यक्ति थे जिन्होंने चांद पर कदम रखा उनका नाम इतिहास में अमर हो गया,  ठीक इसी तरह वेलेंटिना तेरेश्कोवा अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला थी  वेलेंटीना 16 जून 1963 को वोस्तोक 6 मैं बैठकर अंतरिक्ष में गई थी और आश्चर्यजनक रूप से 3 दिन तक उन्होंने अंतरिक्ष में बिताए थे.

हमारा भारत और इसरो

हमारा भारत देश भी एस्ट्रोनॉमी  के क्षेत्र में काफी तरक्की कर रहा है,  भारत का अंतरिक्ष संस्थान इसरो मंगल पर चंद्रयान भेज चुका है जल्द ही भारत के एस्ट्रोनॉट भी अंतरिक्ष में जाने लगेंगे, यह सोच कर मैं और मेरे दोस्त भी  भारतीय एस्ट्रोनॉट बनने का सपना देख रहे हैं, कौन जाने हम दोस्तों में से ही कोई पहला भारतीय हो जो कि मंगल ग्रह पर कदम रखे.

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