Kabir ke dohe – इस घट अंदर बाग़ बगीचे

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Kabir ke dohe –

कबीर के दोहे  हिंदी सुविचार, हिंदी अनमोल वचन
इस घट अंदर बाग़ बगीचे, इसमें सिरजनहारा,
इस घट अंदर सात समुन्दर, इसमें नौलखा तारा,
इस घट अंदर पारस मोती, इसमें परखनहरा,
इस घट अंदर अनहद गरजे, इसमें छुटत फव्वारा,
कहत कबीर सुनो भाई साधो, इसमें साईं हमारा।

Kabir ke dohe - इस घट अंदर बाग़ बगीचे
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