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एनीमिया रोग क्या है? यह कितने प्रकार का होता है? – Net In Hindi.com

एनीमिया रोग क्या है? यह कितने प्रकार का होता है?

anemia se bachne ke upay
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एनीमिया रोग और उससे बचने के उपाय 

जब मनुष्य के रक्त में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी या हीमोग्लोबिन की कमी या कोशिकाओं की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता में कमी हो जाती है तो इस रोग को एनीमिया कहते हैं.  यह रोग होने पर व्यक्ति बहुत थका थका महसूस करता है कमजोरी महसूस करता है उसे सांस लेने में तकलीफ होती है तथा वह व्यायाम और कुछ भी मेहनत का कार्य नहीं कर पाता है.

एनीमिया जब अचानक होता है तो इसका रोगी कभी कभी बेहोश हो जाता है उसे प्यास का अनुभव होता है एनीमिया के रोगी पीले पड़ जाते हैं इसीलिए डॉक्टर अक्सर आंखों और हथेलियों को देख कर पता लगाते हैं कि व्यक्ति को एनीमिया है कि नहीं!

एनीमिया रोग क्यों होता है?

Iron_deficiency_anemia_ke prakar aur upay

 एनीमिया मुख्य तीन कारणों से होता है अत्यधिक रक्त बहने के कारण, लाल रक्त कणों का निर्माण कम हो जाने की वजह से, तथा लाल रक्त कोशिकाओं के तेजी से मरने की वजह से, परंतु इसका मुख्य कारण व्यक्ति के शरीर में आयरन की कमी होना है आयरन की कमी होने से लाल रक्त कोशिकाएं  पर्याप्त संख्या में नहीं बन पाती हैं और व्यक्ति को एनीमिया हो जाता है, विटामिन B12 की कमी से भी लेकिन हो सकता है.

वर्तमान समय में एनीमिया रोग काफी बड़ी समस्या बन कर उभरा है  पूरी दुनिया में जनसंख्या के लगभग एक तिहाई लोगों को  एनीमिया रोग है.

मनुष्य के रक्त कोशिकाओं में हिमोग्लोबिन नाम का तत्व पाया जाता है आयरन हिमोग्लोबिन का मुख्य हिस्सा है आयरन की कमी होने से व्यक्ति में पर्याप्त मात्रा में ही में  हिमोग्लोबिन को कि नहीं बन पाता और कोशिकाएं ऑक्सीजन का परिवहन का काम नहीं कर पाती यही  एनीमिया रोग का कारण बनता है

एनीमिया का पता लगाने के लिए  कौन सा टेस्ट किया जाता है

एनीमिया का पता लगाने के लिए  डॉक्टर ब्लड टेस्ट करवाते हैं इस ब्लड टेस्ट में लाल रक्त कणों की कोशिकाओं की संख्या, हीमोग्लोबिन लेवल नापा जाता है, तथा इस टेस्ट में लाल रक्त  कोशिकाओं का आकार भी नापा जाता है.

आधुनिक ऑटोमेटिक मशीन द्वारा रोगी के खून में RBC Count, Hemoglobin concentration, MCV Mean cell valume, Red blood cell distribution width. नापा जाता है

एनीमिया रोग के लक्षण Symtoms

एनीमिया रोग के लक्षण इस चार्ट के द्वारा समझे जा सकते हैं.

Symptoms_of_anemia ke lakshan

एनीमिया कितने प्रकार का होता है?

एनीमिया रोग कई प्रकार का होता है इनमें मुख्य प्रकार  निम्न है

Iron Deficiency anemia

यह सबसे ज्यादा पाए जाने वाला एनीमिया का प्रकार है इसमें व्यक्ति  के रक्त में आयरन की कमी हो जाती है हिमोग्लोबिन पदार्थ बनाने के लिए आयरन की आवश्यकता पड़ती है, खाद्य पदार्थों में आयरन कम लिए जाने पर हिमोग्लोबिन नहीं बनता और इस तरह व्यक्ति में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है.

Vitamin deficiency anemia

 लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने के लिए आयरन के अलावा विटामिन B12 और फोलेट की आवश्यकता भी पड़ती है इसलिए खाद्य पदार्थ में विटामिन B12 के पर्याप्त मात्रा होना भी आवश्यक है कई बार व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में विटामिन B12 लेते हैं पर उनका शरीर उसे  अवशोषित नहीं कर पाता इस वजह से व्यक्ति एनीमिया रोग का शिकार हो जाता है.

Anemia of Chronic Disease

गंभीर बीमारी कैंसर, किडनी डिजीज, Crohn’s Diseases आदि लाल रक्त कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया में बाधा डालते हैं जिससे कि लाल रक्त कोशिकाएं पर्याप्त मात्रा में नहीं बन पाती और एनीमिया हो जाता है

Aplastic Anemia

यह बहुत ही रेयर प्रकार का एनीमिया होता है इसमें भी शरीर लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण नहीं कर पाता अप्लास्टिक एनीमिया का कारण इनफेक्शन दुआओं का असर ऑटोइम्यून डिजीज या किसी टॉक्सिक केमिकल का असर हो जाना होता है

Bone Marrow Related Anemia

अस्थि मज्जा के रोग हो जाने पर भी पर्याप्त मात्रा में लाल रक्त कोशिकाएं नहीं बन पाती और एनीमिया हो जाता है.

Hemolytic anemias

जब लाल रक्त कोशिकाएं बड़ी तेजी के साथ नष्ट होती हैं तो इस एनीमिया को हिमॉलिटिक एनीमिया कहते हैं

Sickle cell Anemia

इस प्रकार के एनीमिया में हिमोग्लोबिन का आकार बिगड़ जाता है और लाल रक्त कोशिकाएं कम उम्र में ही मर जाती है इससे रक्त में बहुत कम लाल रक्त कोशिकाएं बचती है

एनीमिया के प्रकारों के अलावा और भी कई प्रकार के एनीमिया होते हैं जैसे कि थैलेसीमिया की वजह से होने वाला एनीमिया और मलेरिया की वजह से होने वाला एनीमिया.

एनीमिया को किस प्रकार दूर किया जा सकता है?

एनीमिया को दूर करने के लिए डॉक्टर आयरन युक्त  खाद्यपदार्थ खाने की सलाह देते हैं तथा साथ ही साथ रोगी को आयरन युक्त गोलियां भी दी जाती है, जरूरत पड़ने पर एनीमिया के रोगी को आयरन के इंजेक्शन भी जिए जाते हैं,  अगर एनीमिया रोग गंभीर अवस्था में है तो उसे किसी और  व्यक्ति का खून भी  चढ़ाया जाता है,  एनीमिया को दूर करने के लिए विटामिन B12 सप्लीमेंट्स भी दिए जाते हैं

 एनीमिया होने पर क्या क्या खाना चाहिए?

एनीमिया को रोकने के लिए क्या करना चाहिए?  कई प्रकार के एनीमिया को रोका नहीं जा सकता परंतु आयरन की कमी से होने वाले हैं एनीमिया और विटामिन की कमी से होने वाले एनीमिया को रोका जा सकता है. एनीमिया को होने से रोकने के लिए अपने आहार में आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन B12, विटामिन सी को सम्मिलित करें.

Iron

 अपने आहार में आयरन आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का  अधिक इस्तेमाल करें तथा आयरन की गोलियां भी ले.

Folic acid

फोलिक एसिड युक्त पदार्थ खाएं यह फलों के जूस हरी सब्जियों अनाज मूंगफली चावल में पाया जाता है फोलिक एसिड सप्लीमेंट भी लिया जा सकता है.

Vitamin B12

आहार में विटामिन B12 मात्रा को बढ़ा दे विटामिन B12 मांस दुग्ध उत्पादों और सोया प्रोडक्ट में पाया जाता है

Vitamin C

 विटामिन सी शरीर में आयरन को सूचित करने में सहायता प्रदान करता है इसीलिए एनीमिया को रोकने के लिए विटामिन B12 के साथ-साथ विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ भी अवश्य लें यह फलों के रस टमाटर नींबू स्ट्रॉबेरी शादी में अधिक पाया जाता है विटामिन सी की भी गोलियां ली जा सकती है.

 

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