द्रव्यमान रहित फोटोन ब्लैक होल में क्यों गिर जाता है?
If light has no mass and photon has no mass why it can not escape Black Hole?
आपने अक्सर सुना और पढ़ा होगा कि ब्लैक होल के भयंकर गुरुत्वाकर्षण से कोई भी चीज बच नहीं पाती, यहां तक की प्रकाश भी ब्लैक होल से नहीं निकल पाता है, जैसा कि आप जानते हैं कि प्रकाश ऊर्जा के कण फोटोन से मिलकर बना है, ये फोटोन भी ब्लैक होल से बाहर नहीं निकल पाते.
हम सभी जानते हैं कि प्रकाश मैं द्रव्यमान नहीं होता है एवं फोटोन भी द्रव्यमान रहित कण है, तो फिर यह प्रश्न उठता है कि जब प्रकाश में द्रव्यमान ही नहीं है तो वह ब्लैक होल से क्यों नहीं निकल पाता है ब्लैक होल प्रकाश को अपनी ओर कैसे खींच लेता है? द्रव्यमान ना होने पर भी फोटोन क्यों ब्लैक होल में गिर जाते हैं?
न्यूटन का पुराना विज्ञान
इस प्रश्न का उत्तर जानने के लिए हमें गुरुत्वाकर्षण को ठीक तरह से समझना होगा, न्यूटन के पुराने भौतिक विज्ञान ने हमें यह बताया है कि दो द्रव्यमान वाले कणों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल लगता है, गुरुत्वाकर्षण की यही समझ ले कर जब हम चलते हैं तो यह प्रश्न उठता है की बिना द्रव्यमान का कण फोटोन कैसे ब्लैक होल की तरफ आकर्षित हो जाता है?
आइंस्टाइन का नया विज्ञान
दरअसल आइंस्टाइन ने अपने सापेक्षता सिद्धांत के द्वारा गुरुत्वाकर्षण की नई व्याख्या की है जिसके अनुसार गुरुत्वाकर्षण स्पेस टाइम व्योम का घुमाव है, इसे एक रबर की शीट और लोहे की गेंद वाले उदाहरण से आसानी से समझा जा सकता है, कल्पना कीजिए की एक रबर की शीट है और आप उस पर एक लोहे की गेंद रखते हैं लोहे की गेंद रबर की शीट में अपने आसपास एक घुमाव उत्पन्न कर देती है. अब अगर आप इस रबर की शीट में कोई दूसरी गेंद रखेंगे तो वह इस घुमाव की वजह से लोहे की गेंद की तरफ जाएगी, नई गेंद का लोहे की गेंद की तरफ जाने का कारण यह नहीं है कि वह इस नयी गेंद को अपनी तरफ खींच रही है बल्कि रबर की शीट में घुमाव उत्पन्न हो जाने की वजह से नई गेंद लोहे के गेद की तरफ जाती है.
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स्पेस टाइम में घुमाव
ब्लैक होल में भी दरअसल यही प्रक्रिया होती है ब्लैक होल में इवेंट होराइजन पर स्पेस टाइम का अत्यधिक घुमाव उत्पन्न हो जाता है, चूकी फोटोन दो बिंदुओं के निकटतम पथ पर आगे बढ़ता है इसीलिए व्योम में घुमाव हो जाने पर फोटोन इसी मुड़े हुए व्योम में गति करता है .
रबर की शीट का उदाहरण दो डायमेंशन का है जबकि ब्लैक होल अपने आसपास के त्रिआयामी व्योम को पूरी तरह घुमा देता है इस घुमाव की वजह से ही बिना द्रव्यमान वाला फोटोन कण भी ब्लैक होल से नहीं निकल पाता, यही कारण है कि प्रकाश ब्लैक होल से बाहर नहीं निकल पाता और अनंत काल तक ब्लैक होल के मुड़े हुए व्योम में चलता रहता है.