यूनिवर्स में कितने तारे हैं?
आकाश में कितने तारे हैं? यह प्रश्न हमेशा से ही मनुष्य को रोमांचित करता रहा है! आपने भी कभी रात में आसमान में चमकते हुए सितारों को देखकर यह जरूर सोचा होगा कि आखिर इस यूनिवर्स में कितने तारे हैं? अगर आप किसी अंधेरी रात मैं आसमान की तरफ देखेंगे तो आपको हजारों तारे दिखाई देंगे, इसके लिए शर्त यह है कि शहर की रोशनी की चकाचौंध नहीं होना चाहिए.
नंगी आँखों से हम कितने तारे देख सकते हैं ?
वैज्ञानिकों के अनुसार नंगी आंखों से हम 20000 से 25000 तारे देख सकते हैं, अगर आप किसी छोटे टेलिस्कोप का इस्तेमाल करें तो आप लाखों की संख्या में तारे देख सकते हैं. पर प्रश्न यह उठता है कि इस यूनिवर्स में कितने तारे हैं? यह प्रश्न तो आसान है परंतु इसका उत्तर बहुत मुश्किल है क्योंकि हमारे ब्रह्मांड में असंख्य तारे पाए जाते हैं वैज्ञानिक इस संख्या का पता लगाने में जुटे हुए हैं!
मिल्की वे गेलेक्सी में कितने तारे हैं ?
यूनिवर्स में तारे चारों ओर बिखरे हुए नहीं है बल्कि बड़े-बड़े झुंड के रूप में विद्यमान है तारों के इन समूहों को गैलेक्सी यानि मन्दाकिनी कहा जाता है, हमारा सूर्य एक तारा है जो कि मिल्की वे milky way नाम की गैलेक्सी के अंदर है, वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि हमारी गैलेक्सी मिल्की वे में लगभग एक अरब (1000000000 ) तारे हो सकते हैं कई तो सूर्य से कई गुना बड़े हैं.
ऐसा अक्सर कहा जाता है कि विश्व में तारों की संख्या का की गणना करना ऐसा ही है जैसा कि पृथ्वी के समुद्र तटों पर पाए जाने वाले रेत के कणों को गिनना!
ब्रह्मांड में कुल तारों की संख्या
वैज्ञानिकों के अनुसार एक गैलेक्सी में 10 की घात 11 से लेकर 10 की घात 12 ( 10 11 to 10 12 ) तक तारे हो सकते हैं और यूनिवर्स में गैलेक्सी की संख्या भी लगभग इतनी ही मानी जा सकती है, इन दोनों संख्याओं को आपस में गुणा करने से हमें विश्व में तारों की संख्या का ठीक ठीक अंदाजा हो सकता है जब हम ऐसा करते हैं तो हमारे पास एक संख्या आती है जिसे 10 के आगे 22 शून्य लगाकर और 10 के आगे 24 शून्य लगाकर लिखा जाता है.
1000000000000000000000000
यह एक मोटा मोटा अनुमान है क्योंकि हर गैलेक्सी एक जैसी नहीं होती कुछ कि गेलेक्सी बहुत बड़ी है तो कुछ छोटी है.
हम यह तो जानते हैं कि हमारा यूनिवर्स वन 13.8 बिलियन साल पहले बिग बैंग की प्रक्रिया से अस्तित्व में आया था, अगर हम यह जान जाएं की किसी तारे के बनने में कितना समय लगता है तो हम सभी तारों की संख्या का अनुमान लगा सकते हैं, वैज्ञानिक इस दिशा में कार्य कर रहे हैं, वैज्ञानिक यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं तारों की बनने की दर क्या है ,इससे वे वर्तमान समय में मौजूद तारों की संख्या अंदाजा लगा सकते हैं.
जिस तरह तारे बनते हैं उसी तरह वह नष्ट भी होते रहते हैं, तारों की औसत उम्र 10 अरब वर्ष होती है अब सोचिए अगर कोई गैलेक्सी पृथ्वी से 12 अरब प्रकाश वर्ष दूर है तो उसमें दिखाई देने वाले तारे अब तक नष्ट हो चुके होंगे और वहां नए तारे बन चुके होंगे! लेकिन क्योंकि प्रकाश को आने में 12 अरब साल लगे हैं इसलिए हमें 12 अरब वर्ष पुराने तारे दिखाई दे रहे हैं.
इस तरह हम यूनिवर्स में कितने तारे हैं इस प्रश्न का एक मोटा मोटा अनुमान ही लगा सकते हैं यूनिवर्स में तारों की संख्या का एग्जैक्ट सही-सही बता पाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन भी है