विटामिन की कमी को अनदेखा ना करें
Vitamin E Kya Hota Hai विटामिन क्या होता है?
विटामिन ई एक शक्तिशाली वसा में घुलनशील एंटीआक्सीडेंट है जो की सेल मेंब्रेन की रक्षा करने में सहायता करता है, सेल मेंब्रेन को फ्री रेडिकल्स नुकसान पहुंचा सकते हैं, इन फ्री रेडिकल्स को दूर रख कर, विटामिन सेल मेंब्रेन की रक्षा करता है, विटामिन E के अंतर्गत 8 योगिक आते हैं, इन योगिकों Tocopherols टोको फेरल कहते हैं इनमें से हर यौगिक की अपनी एक अलग बायोलॉजिकल असर महत्व होता है
विटामिन E क्यों जरूरी है
विटामिन e हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक है, शरीर की संरचना और कार्य प्रणाली को सुचारु रुप से चालू रखने के लिए विटामिन ई की आवश्यकता पड़ती है, यह हमारे शरीर के हड्डियों, नाड़ियों, मांसपेशियों के कार्यों में मदद करता है, विटामिन E लाल रक्त कणों के बनने में भी सहायता करता है, और यह विटामिन ए, विटामिन के, आयरन, सेलेनियम के को जमा करने में सहायता करता है, शरीर की प्रतिरक्षा तंत्र में भी इसका एक धनात्मक योगदान है. यह ऑक्सीडेटिव नुकसान से बचाता है, इनकी वजह से दिल की बीमारियां होती है. विटामिन ई में कैंसर को रोकने के गुण भी पाए जाते हैं, यह अल्जाइमर डिजीज को भी कम कर देता है डायबिटीज की वजह से होने वाले आंखों के रोगों के इलाज में भी यह सहायता करता है.
विटामिन e की कमी से कौन से रोग होते हैं
सामान्यतः यह सोचा जाता था कि विटामिन E की कमी मनुष्य में बहुत कम पाई जाती है जो लोग वसा को पचा नहीं सकते हैं जिनकी आंते वसा को सोख नहीं सकती, उनमें विटामिन E की कमी हो जाती है विटामिन e की कमी के लक्षण यह है कि इसकी वजह से, क्रॉनिक डायरिया और दस्त लगना, पाचन क्रिया की में गड़बड़ी उत्पन्न होना है. अमेरिकन जनरल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक विटामिन e की कमी कई लोगों में पाई जा सकती है जिन लोगों में मेटाबोलिक सिंड्रोम पाया जाता है, उन्हें भी विटामिन e की कमी हो सकती है, जो बच्चे कम वजन के पैदा होते हैं, उनमें भी विटामिन e की कमी देखी जा सकती है इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि ऐसे मरीजों में विटामिन ई उनके ब्लड में तो मौजूद होता है परंतु यह उतकों तक नहीं पहुंच पाता इसकी वजह से ऐसे मरीज विटामिन e की कमी से ग्रसित रहते हैं.
कितने विटामिन इ की मात्रा की आवश्यकता होती है
नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ हेल्थ अमेरिका के मुताबिक 14 साल से बड़े वयस्कों को प्रतिदिन 15 मिलीग्राम विटामिन e की आवश्यकता होती है 0 से 6 माह के बच्चों को 4 मिलीग्राम विटामिन ई प्रतिदिन, 7 से 12 महीने के बच्चों को 5 मिलीग्राम प्रति दिन, 1 से 3 साल के बच्चों को 6 मिलीग्राम प्रतिदिन, 4 से 8 साल के बच्चों को 7 मिलीग्राम प्रतिदिन, 9 से 13 साल के बच्चों को 11 मिलीग्राम प्रतिदिन विटामिन ई की आवश्यकता होती है.
विटामिन ई किन किन खाद्य पदार्थों में पाया जाता है
अगर आप विटामिन प्राप्त करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको वेजिटेबल ऑयल आलू पालक सनफ्लावर के बीच गेहूं बादाम काजू और अनाज के पूरे गाने खाने चाहिए जिनमें की भरपूर विटामिन पाया जाता है
विटामिन k के की कमी से कौन से रोग होते हैं
दोस्तों किसी भी प्रकार के विटामिन की कमी से शरीर को बहुत नुकसान होता है अतः हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कि शरीर में किसी भी प्रकार के विटामिन और मिनरल्स की कमी ना होने पाए उदाहरण के लिए विटामिन k की कमी से भी कई गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है विटामिन के की कमी वैसे तो मैं वयस्कों में बहुत कम देखने को मिलती है लेकिन नवजात शिशुओं में यह पाई जा सकती है, विटामिन के की कमी का मुख्य लक्षण यह है कि ऐसे मरीजों में चोट लगने पर खून बहता रहता है और खून जमता नहीं है, इसकी वजह से बहुत ज्यादा रक्त बह जाता है, विटामिन k की कमी के कारण शरीर बहने वाले खून को जमा कर रोक नहीं पाता है.