धूमकेतु क्या होता है? What is a comet in hindi
Comet structure and interesting facts about comets
आपने अपने जीवन काल में एक धूमकेतु शायद देखा होगा, यह रात्रि आकाश में एक पूछ वाले तारे के रूप में दिखाई देता है, एक धूमकेतु को देखना बहुत ही रोमांचक अनुभव होता है क्योंकि जहां सभी तारे टिमटिमाते हुए बिंदु के रूप में दिखाई देते हैं वाही धूमकेतु या पुच्छल तारा एक बड़े प्रकाशीय धब्बे के रूप में दिखता है, जिसके पीछे एक चमकीली पूछ होती है, हालांकि पुच्छल तारा एक तारा नहीं होता बल्कि एक बर्फ का पहाड़ होता है.
हमारे सौरमंडल में ग्रहों और उपग्रहों के अलावा भी कई प्रकार के आकाशीय पिंड पाए जाते हैं यह पिंड भी सूर्य की परिक्रमा करते रहते हैं, इन्हीं में से एक आकाशीय पिंड धूमकेतु या comet भी है, धूमकेतु बर्फ और धूल के जमे हुए पिंड होते हैं जो कि सूर्य की परिक्रमा करते हैं, जब यह सूर्य के नजदीक आते हैं तो सूरज की गर्मी से इन पर जमे हुए पदार्थ जैसे कि बर्फ अमोनिया मिथेन पिघल जाते हैं, सूर्य के प्रकाश के दबाव से धूमकेतु की एक विशाल पूछ बन जाती है, यह पूँछ हमेशा सूर्य से विपरीत दिशा में दिखाई देती है, इसमें धूल के कण और गैसे पाई जाती है.
धूमकेतु की आंतरिक संरचना structure of comet in hindi
धूमकेतु एक अंडाकार पथ में सूर्य की परिक्रमा करते हैं जब ये सूर्य के नजदीक आते हैं तो इन जमे हुए पिंडों की सरचना में बहुत नाटकीय बदलाव आ जाता है तथा इसके कई हिस्से बन जाते हैं.
धूमकेतु का केंद्र: धूमकेतु का केंद्र बर्फीले और चट्टानी पदार्थों से मिलकर बना होता है ज्यादातर धूमकेतु का केंद्र 10 से 100 किलोमीटर व्यास का होता है.केंद्र का आकार छोटा होने के बावजूद भी किसी धूमकेतु का आकार बड़ा हो सकता है.
धूमकेतु का कोमा:- जब धूमकेतु सूर्य के नजदीक आता है तो इसके चारों ओर एक गर्म गैसों का गोला बन जाता है जिसे कोमा कहते हैं इस कोमा में मुख्यतः पानी की भाप, अमोनिया तथा कार्बन डाइऑक्साइड पाए जाते हैं.
धूमकेतु की पूंछ :- जैसे-जैसे धूमकेतु आगे बढ़ता है तो वह अपने पीछे धूल के कणों के पूँछ छोड़ता जाता है, जब ये धुल के कण पर्थ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते हैं तो यह टूटते हुए तारे के रूप में दिखाई देते हैं, इस तरह आप कह सकते हैं की किसी टूटते हुए तारे का पिता एक धूमकेतु हौता है.
आयन कणों की पूछ :- जब सूर्य से आने वाले आय्नित कण धूमकेतु पर पड़ते हैं तो इसकी गैसे आय्नित होकर एक लंबी पूछ कर निर्माण करती हैं इसे धूमकेतु की आयन पूछ कहते हैंI
धूमकेतु के बारे में रोचक तथ्य facts about comet in hindi
Comet धूमकेतु को कभी कभी dirty snowballs और cosmic snowballs के नाम से भी पुकारा जाता है क्योंकि यह मुख्यत बर्फ चट्टानों और धूल के कणों से बने होते हैं.
धूमकेतु का परिक्रमा पथ ग्रहों की तुलना में बहुत ज्यादा अंडाकार होता है.
किसी भी धूमकेतु के चार हिस्से होते हैं nucleus, coma, dust tail और ion tail.
धूमकेतु के नाभिक में ही उसका ज्यादातर पदार्थ मौजूद होता है.
जब धूमकेतु गर्म होते हैं तो इनके आसपास गैसों का एक गोला बन जाता है जिसे कोमा कहते हैं.
सूर्य से आने वाले आयनों की वजह से धूमकेतु की एक चमकीली पूछ बन जाती है इसकी दिशा हमेशा सूर्य से विपरीत दिशा में रहती है.
धूमकेतु अपने पीछे एक धूल के कणों की पूंछ छोड़ता जाता है इसे डस्ट टेल कहते हैं
सभी प्रकार के धूमकेतु की उत्पत्ति सौरमंडल के बाहरी क्षेत्र कुइपर बेल्ट और ऑर्ट क्लाउड में होती है
विश्व का सबसे प्रसिद्ध धूमकेतु हेली का धूमकेतु है यह 76 वर्ष में एक बार दिखाई देता है.
अभी तक 3000 धूमकेतु को खोज लिया गया है वैज्ञानिकों के अनुसार बाहरी सौरमंडल में करोड़ों धूमकेतु मौजूद है जो अपनी जमी हुयी अवस्था में हैं.
पृथ्वी से प्रत्येक 10 वर्ष के अंतराल में एक बड़ा धूमकेतु दिखाई देता है, यह बड़ा धूमकेतु बहुत ही चमकीला होता है जिसे की नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है.
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