डायनासोर क्या अपने बच्चों की देखरेख करते थे?
क्या डायनासोर अपने बच्चों का पालन करते थे, जिस प्रकार की आज कुछ जीव करते हैं, यह सवाल जीवाश्म वैज्ञानिकों और डायनासोर में दिलचस्पी रखने वाले लोग अक्सर पूछते हैं, डायनासोर से जुड़े हुए किसी भी सवाल का जवाब इतना आसान नहीं होता, सन 1920 तक वैज्ञानिक यह नहीं जानते थे कि डायनासोर अंडे देते थे, क्योंकि तब तक डायनासोर के अंडों के जीवाश्म का पता नहीं लगा था, डायनासोर के बच्चों को पालने के व्यवहार के बारे में बता पाना भी थोड़ा कठिन है, जैसे-जैसे नए जीवाश्म मिलते जा रहे हैं स्थिति स्पष्ट होती जा रही है, कई डायनासोरों के घोंसलों के जीवाश्म मिले हैं जहाँ पर यह डायनासोर घोंसला बनाकर अंडे देते थे.
प्राचीन काल में डायनासोर कई प्रकार के थे, जैसे कि आज अलग-अलग प्रकार के जीव पाए जाते हैं, इन जीवो के अपने बच्चों को पालने का व्यवहार अलग अलग है, इसी तरह अतीत में भी अलग अलग डायनासोर प्रजातियों का बच्चों के पालन का व्यवहार अलग अलग होता होगा, जहां आज हम देखते हैं कि जेब्रा और हिरण के बच्चे पैदा होते ही दौड़ने लगते हैं ताकि झुंड के साथ रह सके और शिकारियों से बच सकें, यह व्यवहार देख कर हम कह सकते हैं कि बड़े शाकाहारी सौरापोड डायनासोर के बच्चे अंडे से निकलते ही दौड़ने लगते होंगे, यह उनके लिए आवश्यक था, इसी तरह वर्तमान समय में पक्षीयों के घोंसला बनाने और अपने बच्चों को पालने का व्यवहार देख कर हम निश्चित तौर पर यह कह सकते हैं कि, कुछ पंखों वाले डायनासोर जिनके घोंसलों के जीवाश्म मिले हैं अपने बच्चों का लालन पालन अवश्य करते होंगे जैसे कि पक्षी करते हैं.
डायनासोर के अंडे हमें क्या बताते हैं? What Dino eggs tells us about parenting?
डायनासोर की बहुत सी प्रजातियां एक बार में कई सारे अंडे देती थी, जैसे कि मादा Seismosaurus एक बार में 20 से 30 अंडे देती थी, प्रश्न यह उठता है कि डायनासोर एक बार में इतने सारे अंडे क्यों देते थे ऐसा इसलिए होता था क्योंकि 20 30 अंडों में से निकले हुए बच्चे बहुत जल्द शिकारियों का आहार बन जाया करते थे, उदाहरण के लिए Stegosaurusके कई बच्चे T-rex और रेप्टर द्वारा खा लिए जाते थे, ऐसे में प्रजाति के आगे बढ़ने के लिए आवश्यक था कि ज्यादा से ज्यादा अंडे उत्पन्न किया जाए ,
इसी प्रक्रिया का इस्तेमाल आजकल के कुछ प्राणी जेसे कछुए भी करते हैं, कछुए एक बार मैं कई अंडे देते हैं तथा अंडों से निकले हुए बच्चों की देखभाल नहीं करते हैं, अंडों से कई सारे बच्चे निकलते हैं उनमें से कुछ शिकारियों का भोजन बन जाते हैं, लेकिन इतने सारे बच्चों में से कुछ बच्चे अवश्य ही बच जाते हैं इसलिए कछुओं को उनकी देखभाल करने की आवश्यकता नहीं पड़ती, डायनासोरों की कुछ प्रजातियां इस तकनीक का इस्तेमाल अवश्य करती होंगी, कुछ डायनासोर बहुत सारे अंडे दे कर उन्हें छुपा देते होंगे और अपने बच्चों का लालन पालन नहीं करते होंगे.
डायनासोर के घोसलों के जीवाश्म Nesting Grounds are proof of dinosaur parenting
सन 1970 में duck-billed डायनासोर के कई घोंसलों के जीवाश्म मिले, इन जीवाश्म के अध्ययन से वैज्ञानिक इस निष्कर्ष पर पहुंचे की मादा Duck-billed 30 से 40 अंडे देती थी तथा इन अंडों को सेती थी, जिस प्रकार आजकल के पक्षी अपने अंडे पर बैठते हैं, अंडों से निकले वाले निकलने वाले बच्चों के पैर इतने ताकतवर नहीं थे कि वह दौड़ सके, इस बात के प्रमाण भी मिले की डायनासोर इन बच्चों को खाना लाकर देते थे जिस प्रकार आजकल के पक्षी अपने घोंसलों में अपने बच्चों को खाना लाकर देते हैं.
यह डायनासोरों के अपने बच्चों को पालने के व्यवहार का पहला प्रमाण था, इसके बाद के जीवाश्मों में इस प्रकार का व्यवहार दूसरे डायनासोर की प्रजातियां जैसे Psittacosaurus, hadrosaur, Hypacrosaurus आदि में भी देखने को मिला.
क्या मांसाहारी डायनासोर भी अपने बच्चों का पालन करते थे? Did carnivorous dinosaur took care for their young
बड़े मांसाहारी डायनासोरों जैसे Allosaurus and Tyrannosaurus Rex, के अपने बच्चों को पालने के व्यवहार के बारे में अभी तक कोई प्रमाण प्राप्त नहीं है, छोटे मांसाहारी डायनासोर जैसे कि Troodon, Oviraptor, Citipati आदी प्रकार के डायनासोर बहुत सारे अंडे देते थे तथा नर डायनासोर इन अंडों को सेता था इसके स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध है.
डायनासोर की कौन सी प्रजातियां अपने बच्चों का पालन करती थी? Which dinosaurs took care of their young
अभी तक प्राप्त प्रमाणों के अनुसार Duck-billed डायनासोर, Maiasaura डायनासोर Troodon, Oviraptor, Citipati आदि प्रजाति के डायनासोर अपने अंडों की देखभाल और अंडों से निकले बच्चों का पालन करते थे.
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