प्लानेट नेपच्यून की जानकारी हिंदी में
Neptune the Last planet in Solar System, Neptune in Hindi Neptune ki Jankari Hindi me.
नेपच्यून ग्रह हमारी पृथ्वी से 4 गुना बड़ा है, अगर पृथ्वी को एक सेब के आकार का माने तो नेपच्यून ग्रह एक बॉस्केटबॉल जितना बड़ा होगा. नेपच्यून ग्रह भी हमारे सूर्य का चक्कर लगाता है क्योंकि अब प्लूटो को ग्रह नहीं माना जाता इसलिए नेप्चून सौरमंडल का आखरी आठवां ग्रह है, इस की सूर्य से दूरी 4.5 बीलियन किलोमीटर है, इस की सूर्य से दूरी 2783102383 मील है. सूर्य का प्रकाश नेपच्यून तक 249 मिनट में पहुंचता है.
नेपच्यून ग्रह पर दिन और वर्ष
नेपच्यून ग्रह अपने अक्ष पर घूमने में 16 घंटे का समय लगाता है इसलिए यहां 1 दिन 16 घंटे का होता है हमारी पृथ्वी पर 1 दिन 24 घंटे का होता है क्योंकि पृथ्वी अपने अक्ष पर 24 घंटे में एक चक्कर पूरा करती है, नेपच्यून पर साल प्रथ्वी के 165 साल के बराबर होता है, नेपच्यून, सूर्य का एक चक्कर लगाने में 165 साल का समय लेता है.
अमोनिया और मीथेन से बना हे नेपच्यून
नेपच्यून ग्रह अधिक ठंडा है, यह ठंडे फ्लूइड से बना है इस द्रव्य में पानी मीथेन और अमोनिया प्रमुखता से पाए जाते हैं, नेप्चून का एक ठोस और कोर भी है. नेपच्यून का वातावरण मुख्यतः हाइड्रोजन हिलियम और मीथेन गैस का बना है.
नेपच्यून के चंद्रमा
नेपच्यून के कई चंद्रमा है, इनमें से 13 चंद्रमाओं के नाम रखे जा चुके हैं और बाकी छोटे चंद्रमा की खोज और कंफर्मेशन का काम अभी जारी है सभी 13 चंद्रमाओं के नाम समुंद्र के देवताओं के नाम पर रखे गए हैं, सबसे बड़े चंद्रमा का नाम ट्रईटोन Triton है.
नेपच्यून की भी शनि की तरह रिंग
शनि ग्रह की तरह नेपच्यून की भी रिंग होती है परंतु यह रिंग बहुत हल्की होती है नेपच्यून ग्रह के कुल 6 रिंग अभी तक ज्ञात है.
नेपच्यून की खोजबीन
सन 1642 में जब गैलीलियो ने नेपच्यून को अपने टेलीस्कोप से देखा तो उन्होंने इसे एक स्थिर तारा मान लिया, सन 1846 में खगोल शास्त्रियों ने नेपच्यून की खोज की, यह खोज मैथमेटिकल कैलकुलेशंस के आधार पर की गई थी.
सन 1990 में वोयेजर दो अंतरिक्ष यान नेपच्यून के पास पहुंचा अब तक केवल एक अंतरिक्ष यान नेपच्यून ग्रह के पास से गुजरा है यह अंतरिक्ष यान वायेजर टू था जिसने काफी पास से नेपच्यून की तस्वीरें खींचकर पृथ्वी पर भेजी थी.
सन 2016 में जब वैज्ञानिकों ने हबल स्पेस टेलीस्कोप से नेप्चून ग्रह को देखा तो उन्हें वहां पर एक बहुत बड़ा भंवर-वोर्टेक्स देखने को मिला, यह नेप्चून ग्रह पर भयानक तूफानों की निशानी है.
क्या नेपच्यून ग्रह पर जीवन संभव है
नेपच्यून पर जीवन की संभावना ना के बराबर है क्योंकि यह बहुत अधिक ठंडा है और इसमें मिथेन अमोनिया जैसे तत्व पाए जाते हैं इसकी कोई ठोंस सतह भी नहीं है
भयानक तेज हवाएं चलती है नेपच्यून पर, नेपच्यून ग्रह का वातावरण पर
नेपच्यून ग्रह पर बहुत तेज हवा चलती है जमे हुए बादलों को इधर-उधर उड़ आती है इन हवाओं की गति 2000 किलोमीटर प्रति घंटा होती है, यह गति फाइटर प्लेन के बराबर है, पृथ्वी पर सबसे तेज चलने वाली हवाएं सिर्फ 400 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से बहती है