बैक्टीरिया वायरस और पेरासाईट से होने वाले रोगों से बचने के उपाय
Preventive measures of parasitic, bacterial & Viral disease
बैक्टीरिया वायरस और पेरासाईट से होने वाली बिमारियों की जानकारी
Information about parasitic, bacterial & Viral disease in hindi
इस पृथ्वी पर कई प्रकार के जीव पाए जाते हैं जैसे पेड़ पौधे जानवर मछलियां मनुष्य आदि परंतु कुछ जीव ऐसे भी हैं जो हमें आंखों से नहीं दिखाई देते हैं इन्हें सूक्ष्मजीव कहते हैं यह मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं विषाणु-वायरस, बैक्टीरिया-जीवाणु , और पैरासाइट यानी परजीवी.
इन तीनों प्रकार के सूक्ष्मजीव में से कुछ प्रकार के सूक्ष्मजीव हमारे अंदर रोग उत्पन्न कर देते हैं, कुछ कुछ बीमारियां वायरस की वजह से होती हैं कुछ बीमारियां जीवाणु की वजह से तथा कुछ हमारे शरीर में किसी पैरासाइट के पहुंच जाने से होती है.
आइए जानते हैं कि इन तीनों प्रकार के सूक्ष्मजीवों से हमारे अंदर कौन-कौन सी बीमारियां होती हैं, तथा हम क्या उपाय कर सकते हैं जिससे कि हम इन बीमारियों से बच सकें. अगर हम पहले ही बैक्टीरिया वायरस और पैरासाइट से होने वाले रोगों की रोकथाम के उपाय कर ले तो हम बहुत सारी बीमारियों से बच सकते हैं. लेकिन इसके पहले हमें मालूम होना चाहिए कि यह तीनों हमारे अंदर किस तरह की बीमारियां उत्पन्न करते हैं और इन बीमारियों के रोकथाम के उपाय क्या है
बैक्टीरिया(जीवाणु) से होने वाली बीमारियाँ – bacterial disease in hindi
कुछ बेक्टेरिया मनुष्य में रोग उत्पन्न करते हैं इन्हें पेथोजेंस बैक्टीरिया कहते हैं कुछ प्रमुख रोग उत्पन्न करने वाले बैक्टीरिया और उन से वार होने वाले रोग निम्न है.
बेक्टेरिया की सम्पूर्ण रोचक जानकारी आप हमारे इस लेख से प्राप्त कर सकते हैं – बेक्टेरिया की रोचक जानकारी
रोग का नाम – Pulmonary Tuberculosis बेक्टेरिया – Mycobacterium tuberculae ईलाज-दवाइयाँ – Streptomycin, para-amino salicylic acid, rifampicin etc.
रोग का नाम Diphtheria बेक्टेरिया – Corynebacterium diphtheriae ईलाज-दवाइयाँ – Diphtheria antitoxins, Penicillin, Erythromycin.
रोग का नाम -. Cholera बेक्टेरिया – Vibrio cholerae ईलाज-दवाइयाँ – Oral rehydration therapy & tetracycline.
रोग का नाम -. Leprosy (Hansen’s Disease) बेक्टेरिया – Mycobacterium leprae ईलाज-दवाइयाँ – Dapsone, rifampicin, Clofazimine.
रोग का नाम – Pertussis (Whooping Cough): बेक्टेरिया – Bordetella pertussis ईलाज-दवाइयाँ – Erythromycin.
रोग का नाम – Tetanus (Lock Jaw) बेक्टेरिया – Clostridium tetani ईलाज-दवाइयाँ – Tetanus- antitoxins.
रोग का नाम – Plague बेक्टेरिया Pasteurella (or Yersinia) pestis ईलाज-दवाइयाँ – Tetracycline, streptomycin, Chloromycetin.
रोग का नाम – Gonorrhoea बेक्टेरिया – Neisseria gonorrhoeae ईलाज-दवाइयाँ – Penicillin & Ampicillin
रोग का नाम -. Syphilis बेक्टेरिया – Treponema pallidum ईलाज-दवाइयाँ – Tetracycline & penicillin
रोग का नाम -. Salmonellosis बेक्टेरिया – Salmonella enteridis ईलाज-दवाइयाँ – Antibiotics.
बैक्टीरिया- वायरस और परसाईट से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के उपाय
बैक्टीरिया से होने वाले रोग कुछ हल्के होते हैं कुछ गंभीर तथा कुछ लोग जीवन के लिए घातक भी हो सकते हैं यह रोग आपकी त्वचा आपके रक्त और शरीर के अंदर दूसरे अंगों को नुकसान पहुंचाते हैं अगर आपको लगता है कि अब बैक्टीरिया से होने वाले किसी रोग से ग्रसित हैं तो आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए लेकिन कुछ आसान तरकीबें ऐसी है जिससे आप सिर्फ अपनी आदतों को बदल कर बैक्टीरिया वायरस और परसाईट से होने वाले रोगों की रोकथाम कर सकते हैं.
इनफेक्शन (संक्रमण) से बचने की रणनीतियां
अपने हाथों को हमेशा साफ रखें, खाना बनाने के पहले और बाद हाथों को धोएं, किसी बीमार के पास से आने के बाद हाथ धोएं, दैनिक कार्यों को पूरा करने के बाद हाथ धो हैं धोएं,, धूल कचरे आदि को साफ करने के बाद हाथ धोएं, अपने पालतू जानवर को छूने और खाना खिलाने के बाद भी हाथ धोएं.
सभी के द्वारा उपयोग में आने वाली वस्तुओं को साफ रखना चाहिए, ऐसी वस्तुएं जिन्हें घर के सभी सदस्य होते हैं उन्हें साफ होना चाहिए जैसे दरवाजे के हैंडल नल टेलीफोन मोबाइल कंप्यूटर कीबोर्ड इत्यादि हफ्ते में एक बार इसे किसी ने नीसंक्रामक डिसइनफेक्टेड रसायन से अवश्य साफ करें.
बीमार व्यक्ति से दूर रहे, अपने ऑफिस कार्यस्थल या घर पर अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो दूसरे स्वस्थ व्यक्तियों को उनसे सावधानी से संपर्क करना चाहिए. बीमार व्यक्ति के टॉवल और उपयोग की वस्तुएं अलग होनी चाहिए तथा उन्हें अच्छी तरह धोना चाहिए. अपने हाथों को अपने होठों और मुंह से दूर रखें.
खाने-पीने की चीजों में आ जाने वाले सूक्ष्म जीवों से बचाव
कई बार खाने पीने की चीजों में बैक्टीरिया वायरस आ जाते हैं जो कि हमें बीमार कर देते हैं, खाना बनाने से पहले हाथ धोले सब्जियों फलों सभी को अच्छी तरह धो कर उपयोग में लें.
खाने को अच्छी तरह पकाएं जिससे कि उसके अंदर मौजूद सभी बैक्टीरिया खत्म हो जाए, कच्चे खाद्य पदार्थों को खाने से बचें, बर्तनों को अच्छी तरह साफ करें तथा उसके बाद ही उनका पुनः उपयोग करें किचन टेबल कटिंग रोड आदि सभी की अच्छी तरह सफाई करें क्योंकि ध्यान रखिए खाने में बहुत जल्दी बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं इसलिए आपको किचन की अधिक से अधिक अच्छी सफाई रखनी चाहिए. डिब्बाबंद खाना का उपयोग सावधानी से करें, बाहर से मंगाए गए खाने को अच्छी तरह गर्म करने के बाद ही खाएं.
बच्चों के कपडे, खेलने के स्थान फर्श और खिलौनों को हमेशा साफ रखें .
वायरस (विषाणु) से होने वाली बीमारियां viral diseases list in hindi
कुछ वायरस मनुष्य में खतरनाक बीमारियां उत्पन्न करते हैं, वायरस से होने वाली मुख्य रोगों की सूची इस प्रकार है
वायरस | रोग | इलाज-दवाई |
Herpes simplex virus 1 | Gingivostomatitis | Acyclovir |
Varicellazoster virus | Chicken pox | Acyclovir |
Cytomegalo virus | Congenital abnormalities | Ganciclovir |
Epstein-barr virus | Hairy leukoplakia | Acyclovir has little activity |
Variola virus | Small pox | Vaccination |
Adeno virus | pharyngitis | No anti viral therapy |
Papilloma virus | Cancer | Alpha interferon, Cidofovir |
Parvo virus | Erythema infectiosum | Pooled immuno globulin |
Influenza virus | Influenza | Amantadine, rimantadine, zanamivir |
Measles virus | Measles | No anti viral therapy |
Mumps virus | Paratoid gland swalling | Vaccination |
Respiratory syncytial virus | Pneumonia, bronchiolitis | Virazole, Ribavirin |
Para influenza virus | Croup, Pneumonia, bronchiolitis | No vaccine available. |
Corona virus | Typical pneumonia | Ribavirin and steroid |
Rubella virus | Rubella (german measeles) | Vaccination |
Rabbies virus | Rabbies | No antiviral therapy. |
Human T-cell lymphotropic virus | Leukemia | Chemotherapy, Danazole. |
Picorna virus | Hepatitis A | Immune globulin |
Hepa DNA virus | Hepatitis B | Pegasys, Peg-introne, Epivir-HBV |
Flavivirus | Hepatitis C | Alpha interferone |
Deltavirus | Hepatitis D | Alpha interferone |
Calicivirus | Hepatitis E | Recombinent vaccine |
Polio virus | Poliomyelitis | Vaccines are present |
वायरस से होने वाली बीमारियाँ की रोकथाम के उपाय
preventive measures of viral diseases in hindi
वायरस से होने वाली बिमारियों की रोकथाम के लिए आप ऊपर बताये गए साफ सफाई के उपाय अपनाकर वाइरल रोगों से बच सकतें हैं.
पेरासाईट (परजीवी) से होने वाली बीमारियां parasitic diseases in hindi
कुछ सूक्ष्म जीव ऐसे होते हैं जो कि दूसरों जीवो पर निर्भर होते हैं इन्हें पैरासाइट या परजीवी जीव कहते हैं, यह पर जीव दूसरे जीव के शरीर में प्रवेश कर जाते हैं और उस जीव के रक्त से पोषक तत्व हासिल करते हैं और अपनी संख्या में वृद्धि करते हैं. पैरासाइट भी मनुष्य में कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न करते हैं इनमें से कुछ मुख्य पैरासाइट से होने वाली बीमारियां और उनका इलाज नीचे दिया गया.
पेरासाईट का नाम | रोग | इलाज- दवाई | |
Entamoeba histoloitica | Dysentery | Metronidazole,Iodoquinole | |
Giardia lamblia | DiarrheaGiardiasis | Metronidazole | |
Cryptosporidium parvum | Diarrhea,Cryptosporidiosis | Paromomycin | |
Trichomonas vaginalis | Trichomoniasis | Metronidazole | |
Plasmodium malariae | Malaria | Quinine,Doxycycline | |
Toxoplysma gondii | Toxoplasmosis | Sulphadiazine,Pyrimethamine | |
Pneumocystis jiroveci | Pneomonia | Pantamidine | |
Trypanosoma cruzi | Chagas disease | Benznidazole | |
Trypanosoma gambiense | Sleeping sickness | Suramin + melarsoprol | |
Leishmania donovani | Kala-azar | Sodium stibogluconate | |
Diphyllobothrium latum | Diphyllobophriasis | Praziquantel | |
Echinococcus granulosus | Hydatid cyst | Albandazole | |
Taenia saginata | Taeniasis | Praziquontel | |
Taenia solium | Cysticercosis | Praziquontel | |
Schistosoma mansoni | Schistosomiasis | Praziquontel | |
Clonorchis sinensis | Clonorchiasis | Praziquontel | |
Paragonimus westermani | Paragonimiasis | Praziquontel | |
Ancylostoma duodenale | Hookworm | Mebendazole | |
Ascaris lumbricoides | Ascareiasis | Mebendazole | |
Enterobius vermicularis | Pin worm infection | Mebandazole | |
Strogyloides stercoralis | Strogyloidiasis | Thiabendazole | |
Trichinella spi rallis | Trichinosis | Thiabendazole | |
Trichuris trichiura | Whip worm | Mebendazole | |
Dracunculus medineinsis | Dracunculiasis | Metronedazole | |
Loa loa | loiasis | Diethylcarbamazine | |
Onchocerca volvulus | Onchocerciasis | Ivermectin ,suramin | |
Wuchereria bancrofti | Filariasis | Diethylcarbamazine | |
Toxocara canis | Visceral larva migrans | Albendazole | |
Pediculus humanus | Pediculosis | Permethrin | |
Dermetobia huminis | Myiasis | Surgical removal of larva | |
Sarcoetes scabiei | Scabies | Permethrin | |
Dermacentor | Tick paralysis | Surgical remover | |
Latrodectus mactans | Spider bites | Antivenome |
पेरासाईट से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के उपाय
preventive measures of parasitic diseases in hindi
पैरासाइट से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए आपको साफ सफाई के जो उपाय ऊपर बताए गए हैं वे सभी करने हैं यह उपाय आपको पैरासाइट से बचा सकते हैं
पैरासाइट मारने वाले फलों और सब्जियों का सेवन करें
Parasite killing fruits and vegetables
कुछ फल और सब्जियां ऐसे होते हैं जो कि पैरासाइट को खत्म करते हैं अपने आहार में इन फलों सब्जियों को शामिल करें इन फलों में पाइनएप्पल, ब्लैकबेरी, अनार तथा पपीता प्रमुख हैं आप इन फलों को सीधा खा सकते हैं या इन्हें ज्यूस बनाकर भी उपयोग में ले सकते हैं इन फलों के जूस में शकर ना मिलाएं
पैरासाइट मारने वाली कुछ सब्जियां भी होती हैं जैसे कि प्याज लहसुन गोभी गाजर चुकंदर इत्यादि, इन सब्जियों को अपने आहार में शामिल करें.
अपने पेट को साफ रखें. Clean your intestines
हमारी आँतों में पैरासाइट पनप सकते हैं इसके लिए हमें अपने आंतों को साफ रखना चाहिए रोजाना पर्याप्त मात्रा में पानी पिए, शक्कर की बहुत कम मात्रा लें, क्योंकि शक्कर से ऊर्जा प्राप्त कर पैरासाइट बहुत तेजी से हमारी आंतों में बढ़ते हैं.
पैरासाइट को खत्म करने के लिए प्रोबायोटिक का इस्तेमाल करें प्रोबायोटिक्स वह पदार्थ होते हैं जिनमें अच्छे बैक्टीरिया पाए जाते हैं यह अच्छे बैक्टीरिया पैरासाइट को खत्म कर देते हैं दही का सेवन करें यह एक प्रोबायोटिक है. आप बाजार से प्रोबायोटिक सप्लीमेंट की गोलियां भी ले सकते हैं
प्रोबिओटिक की गोलियां यहाँ से प्राप्त करें लिंक Probiotic tablets
अपना इम्यून सिस्टम ठीक रखें- पर्याप्त नींद, विटामिन सी और जिंक की मात्रा अपने आहार में लें इससे आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा और पैरासाइट आप पर हमला नहीं कर पाएंगे एक स्वस्थ व्यक्ति को प्रतिदिन 8 घंटे की नींद लेना चाहिए.
सेब का सिरका- सेब का सिरका भी इनफेक्शन खात्म करने में मदद करता है इसमें विटामिन पाए जाते हैं तथा यह एसिडिक पीएच होने के कारण पेरासाईट को मार देता है
Neem is a anti parasitic नीम भी एंटी पैरासाइट है
नीम भी एंटी पैरासाइट है नीम का तेल का सेवन करें यह भी वेबसाइट को मारने वाला होता है आजकल बाजार में नीम के तेल के कैप्सूल भी उपलब्ध है नीम की पत्तियों दातुन निंबोली आदि का भी प्रयोग करें
नीम केप्सूल यहाँ से प्राप्त करें Neem टेबलेट्स
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