हिंदी कहानी – निरर्थक लक्ष्य !!!
एक बार की बात है, एक गांव में एक किसान रहता था, उसने एक कुत्ता पाल रखा था, जो की खेत की रखवाली में उसके मदद करता था। उसका खेत एक बड़ी सड़क के किनारे था। सड़क पर हर रोज़ कई तरह के वाहन, कारें, ट्रक आदि गुज़रते थे। जब भी सड़क से कोई कार गुज़रती, तो किसान का कुत्ता उसके पीछे दौड़ने लगता, और उसे पकड़ने के लिए उसका पीछा करता।
यह देखकर किसान के पडोसी ने एक बार किसान से पुछा “क्या तुम्हारा कुत्ता कभी किसी कार को पकड़ पायेगा ! “
किसान ने उत्तर दिया ” में इस बात की चिंता नहीं करता, बल्कि में यह सोचता हूँ, अगर वह कभी एक कार को पकड़ भी ले, तो उसका वह करेगा क्या ! “
यह छोटी सी हिंदी कहानी हमें यह बताती है की हम में से कई लोग एसे हैं, जो की, जीवन भर, निरर्थक लक्ष्यों के पीछे भागते रहतें हैं। इसे हिंदी में मृग मरीचिका कहते हैं। इसीलिए आप, अपने जीवन में जो भी लक्ष्य रखें, वे वास्तविक होने चाहियें।
साथ ही इस बात का भी ख्याल रखें की आपके लक्ष्य वास्तविक होने के साथ साथ, संतुलित भी होने चाहिए, उनमे आपके जीवन के सभी पहलुओं का समावेश होना चाहिए। उनमे स्वास्थ्य, धन प्राप्ति, परिवार, धर्म अध्यात्म, आदि सभी के बीच, एक व्यहवारिक संतुलन होना चाहिए। कई लोग सिर्फ दौलत हांसिल करने को ही अपना परम लक्ष्य बना लेते हैं, और उसे हांसिल करने में अपना सब कुछ झोंक देतें हैं। परन्तु अंत में एसे लोगों को पछताना ही पड़ता है, अगर वह धन हांसिल करने में कामयाब भी हो जाएँ तो वे अपना सब कुछ स्वास्थ्य,परिवार आदि खो देते हैं।
Hindi Kahani, Kahani in Hindi, Hindi Inspiring Story, Inspiring story in hindi, Hindi Prerak kahani,