Hindi Motivational story of Napoleon
आपकी ज़िन्दगी का एल्प्स क्या है?
महान नेपोलियन जब सन १७९९ में फ्रांस के तख़्त पर बेठा तो, उसने इटली में फ्रांस की सेनाओ को मज़बूत करने, और आस्ट्रिया की सेनाओ द्वारा कब्ज़ा किये इलाके, वापस जीतने का दृढ संकल्प किया। लेकिन उसके रास्ते में यूरोप का सबसे ऊँचा और ठंडा पर्वत एल्प्स खड़ा था, एल्प्स यूरोप की सबसे ऊँची और चोडी पर्वत श्रंखला है जो १२०० किलोमीटर चोडी है ।
अगर नेपोलियन १२०० किलोमीटर घूम कर जाता तो, तब तक दुश्मन की सेनाओ को उसके आने के भनक लग जाती, इसलिए उसने एल्प्स को पार कर अचानक हमला करने की योजना बनाई! हालाँकि यह काम पहले किसी ने नहीं किया था, फिर भी नेपोलियन इतना साहसी था की चालीस हज़ार सेनिकों को लेकर वह एल्प्स को पार करने निकल पड़ा!
Hindi Motivational story of Napoleon crossing alps
नेपोलियन की ऐल्प्स को पार करने की प्रेरक कहानी
एल्प्स को किस जगह से पार करना है यह कोई नहीं जानता था, नेपोलियन की सेनाओ ने पर्वत की तलहटी में अपने केम्प लगा दिए, नेपोलियन खुद पर्वत को पार करने के रस्ते की तलाश में निकल गया। पर्वत की तलहटी में बसे एक छोटे गाँव में उसने एक बूढी औरत से पर्वत को पार करने के रास्ते के बारे में पुछा।
उसका सवाल सुनकर वह औरत चोंक गयी और कहा “आज तक कोई इस ऊँचे और भयानक ठन्डे पहाड़ को पार नहीं कर पाया है, यह तो आत्महत्या है! तुम अपनी सेनाओ के साथ लोट जाओ यही बेहतर रहेगा!” ।
नेपोलियन ने यह सुनकर कहा “शुक्रिया, आपने मुझे इस पर्वत के बारे में जानकारी दी है, इसे सुनने के बाद हम लोग और अधिक सुरक्षा और सावधानी बरतेंगे”।
नेपोलियन ने एसा ही किया, अपने दृढ निश्चय और साहस से उसने अपनी चालीस हज़ार की सेना के साथ एल्प्स को पार कर लिया! एल्प्स को पार करने पर उसने पाया की दुश्मन की सेनाएं शहर को लूट कर वहां से जा चुकी हैं, लेकिन नेपोलियन ने हार नहीं मानी, उसने दुश्मन की सेनाओ का पीछा किया और उन्हें पराजित कर दिया!
Moral of this Hindi Motivational Story of Napoleon
क्या आपने भी किसी चीज़ को पाने का निश्चय किया है, जैसा की नेपोलियन ने, आस्ट्रिया की सेनाओ द्वारा कब्ज़ा किये इलाके, वापस जीतने का दृढ संकल्प किया था!
आपकी ज़िन्दगी का एल्प्स क्या है? आज ही दृढ निशचय कीजिये और साहस के साथ उस कठिन समस्या रूपी एल्प्स को पार कीजिये!