Hindi Kahani – Dont live with Hens if you are a Eagle
हिंदी कहानी – अपनी शक्तियों को पहचानिए!
एक जंगल में बाज़ ने एक पेड़ की शाख पर अपना घोंसला बनाया और उसमे कुछ अंडे दिए, उसी शाख के ठीक नीचे, ज़मीन पर एक मुर्गी ने भी घोंसला बनाया और उसमे अंडे दिए।
एक दिन बाज़ शिकार के लिए गया हुआ था, एक भालू पेड़ पड़ चढ़ गया और बाज़ के अंडे खाने लगा! भालू ने तीन अंडे खा लिए और चोथा और आखिरी अंडा उसके हाथ से फिसल गया और मुर्गी के घोंसले में जा गिरा।
जब बाज़ वापस लोटा तो उसे अपने अंडे घोंसले में नहीं मिले, जिससे वह दुखी हुआ और किसी और सुरक्षित जगह पर घोंसला बनाने के लिए उड़ गया।
मुर्गी अपने अण्डों के साथ बाज़ के उस गिरे हुए अंडे को भी सेने लगी! कुछ दिनों के बाद उन में से चूजे निकल आये, बाज़ का चूजा भी अंडे से बहार आ गया।
मुर्गी अपने चूजों के साथ साथ, बाज़ के चूजे को भी दाना खिलाने लगी और जल्द ही चूजे बड़े होने लगे।
मुर्गी के चूजों ने अपनी माँ की आवाज़ सुनी और उसकी नक़ल उतारने लगे, बाज़ के बच्चे ने भी यही किया!!!
सभी चूजे साथ मिलकर खेलने और चरने चुगने लगे।
और इस तरह सभी चूजे बड़े हो गए! बाज़ के बच्चे को यह बात कभी पता नहीं चली की वह मुर्गी नहीं, बल्कि एक बाज़ है! वह मुर्गी का ही खाना खाता था और मुर्गियों की तरह ही बोलता, चलता और दोड़ता था। उस बाज़ ने कभी दुसरे बाजों की तरह उड़ना नहीं सीखा।
अगर आप एक बाज़ हैं तो मुर्गियों के साथ मत रहिये! जिन लोगों के बीच आप रहतें हैं उनका, आपके व्यव्हार और सोच पर बहुत असर पड़ता है।
Moral of this Hindi Kahani is
Dont live with Hens if you are an Eagle
It is difficult to fly like eagles when you live with hens. The people with whom you associate have a great influence on how you think and behave.
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