Hindi Kahani – Garbage Truk
हिंदी कहानी – गार्बेज ट्रक
एक बार, एक व्यक्ति ने एयरपोर्ट तक जाने के लिए टैक्सी ली। टैक्सी ड्राइवर सही लेन में गाडी चला रहा था, तभी अचानक, पार्किंग स्पेस से एक काली कार, एकदम तेज़ गति से निकल कर, टैक्सी के सामने आ गयी। टैक्सी ड्राइवर ने तुरंत ब्रैक पूरी ताकत से दबा दिए, टैक्सी घसीटते हुए उस कार से कुछ इंच दूर आकर रुकी। उस कार में से एक व्यक्ति ने अपनी गर्दन बाहर निकाली और टैक्सी ड्राइवर पर चिल्लाने लगा। (Hindi Kahani)
टैक्सी ड्राइवर ने उसे मुस्कुरा कर देखा और अपने हाथों से इशारा करते हुए आगे बढ़ गया, उसका व्यहवार कार वाले व्यक्ति के प्रति सहानुभूति पूर्ण था।
उसके इस व्यहवार को देखकर मुसाफिर ने पुछा “तुमने उसके साथ इतना अच्छा व्यव्हार क्यों किया? उसने तो तुम्हारी टैक्सी को लगभग बर्बाद ही कर दिया होता और हम अस्पताल पहुँच गए होते, अगर तुमने सही वक़्त पर ब्रेक न लगाया होता। (Hindi Kahani)
तब उस टैक्सी ड्राइवर ने जवाब दिया “सर, यह गार्बेज ट्रक का सिद्धांत है “
“मतलब?” मुसाफिर ने जिज्ञासा से पुछा ?
उसने समझाया ” सर ! कई लोग कचरे के ट्रक के सामान होतें हैं, वे कचरे से पूरी तरह भरे होतें हैं, क्षोभ, गुस्सा, चिढ़ और निराशा उनके अंदर कूट कूट कर भरी होती है। वे यह बात किसी भी कीमत पर, नहीं मान सकते की वे कोई गलती कर सकते हैं।
जैसे ही उनके अंदर का कचरा बढ़ जाता है तो वे किसी न किसी पर यह कचरा उंडेल देते हैं। एसे लोगो की तरफ देखकर मुस्कुराइये, उनकी प्रति सहानुभूति और मित्रवत व्यहवार करते हुए आगे बढ़ जाइये, परन्तु उनका कचरा कभी मत लीजिये! क्यों की एक बार वह कचरा आपके अंदर आ गया तो आप भी अपने घर, दफ्तर और सड़कों पर उनकी ही तरह कचरा फ़ैलाने लगेंगे। (Hindi Kahani)
सफल लोग गार्बेज ट्रकों को अपना दिन बर्बाद नहीं करने देते हैं।
Moral of this Hindi Kahani is
Successful people do not let Garbage Trucks take over their day.
Life is Ten percent what you make it and Ninety percent how you take it!