Hindi Inspiring story – The Bridge
हिंदी प्रेरक कहानी – अभी कई और पुल बनाने हैं!
एक बार एक गांव में दो भाई रहते थे जिनके खेत पास पास में थे। वे लगभग 40 सालों से साथ साथ खेती कर रहे थे और हर प्रकार की मशीन और मजदूर, सामान आदि का आदान प्रदान कर लेते थे। फिर इस दोस्ती में दरार आ गयी, इसकी शुरुआत एक ग़लतफ़हमी से हुइ, जो बढ़ते बढ़ते एक अलगाव में बदल गयी और इसका अंत एक दुसरे पर क्रोधित होकर अपशब्द कहने से हुआ। हफ्तों तक दोनों भाइयों ने एक दुसरे से कुछ नहीं कहा।(Hindi Kahani)
एक सुबह,छोटे भाई के द्वार पर एक दस्तक हुई,उसने दरवाज़ा खोला और देखा की एक आदमी खड़ा है जिसके हाथ में बढ़ई के औज़ार थे।
“क्या आपके पास मेरे लायक कोई काम है, में लकड़ी का अच्छा कारीगर हूँ।, में कुछ दिनों के लिए कोई छोटा काम ढूंढ रहा हूँ।” उस आदमी ने कहा।
” हाँ ” छोटे भाई ने कहा “हां मेरे पास तुम्हारे लिए एक काम है, उस बड़ी नहर को देखो जो मेरे खेत के पास है, वह नहर मेरे बड़े भाई ने खोद दी है, कुछ दिन पहले हमारा झगड़ा हो गया और गुस्से में उनसे अपने बुलडोज़र से,दोनों खेतों के बीच, नदी तक, यह बड़ी नहर खोद दी। उसने यह सब मुझसे नफरत की वजह से किया है, लेकिन अब देखना में क्या करता हूँ।” (Hindi Kahani)
कुछ देर रुकने के बाद वह बोला ” तुम वह लकड़ी के लठ्ठे का ढेर देख रहे हो! में चाहता हूँ तुम मेरे खेत पर एक 8 फूट ऊँची दिवार बना दो! ताकी मुझे उसका चेहरा कभी ना दिखाई दे।”
कारपेंटर ने कहा ” ठीक है, में समझ गया, में एसा काम करूंगा जिससे आप खुश हो जायेंगे।”
छोटे भाई ने कारपेंटर को ज़रुरत की सारी चीज़े दी और घर चला गया। कारपेंटर ने दिन भर मेहनत और लगन से कार्य किया। (Hindi Kahani)
सूर्यास्त पर जब छोटा भाई वापस लोटा, तब तक कारपेंटर अपना काम पूरा कर चूका था ! छोटे भाई की आँखे, उसके काम को देखकर खुली ही रह गयी !
उसने तो एक 8 फूट ऊँची लकड़ी की दिवार बनाने को कहा था, और यह क्या कारपेंटर ने तो नहर पर, लकड़ी का एक खूबसूरत छोटा सा पुल बना दिया !!!
उसने देखा की उसका भाई, यह देखकर, उस पुल पर चढ़कर उसकी तरफ ही आ रहा है। उसके भाई ने आकर कहा “वाह, तुमने खूब काम किया, में अपने किये और कहे पर शर्मिंदा हूँ।” (Hindi Kahani)
दोनों भाइयों ने एक दूसरे से माफ़ी मांगी, और दोनों फिर से दोस्त बन गए, तभी उन्होंने देखा की कारपेंटर अपना टूल बॉक्स उठकर जाने की तयारी कर रहा है। “रुको ! कुछ दिन के लिए रुक जाओ ! मेरे पास तुम्हारे लिए बहुत से काम हैं। ” बड़े भाई ने कहा। (Hindi Kahani)
“में रुकना तो चाहता हूँ !” कारपेंटर ने कहा “ पर मुझे अभी कई और पुल बनाने हैं।”
Hindi Kahani, Kahani in Hindi, Hindi Inspiring Story, Inspiring story in hindi, Hindi Prerak kahani,
Nice story