Hindi Motivational Story of Napoleon
टीम स्पीरिट से कार्य करें!
फ़्रांस का सम्राट नेपोलियन अकसर अपने राज्य में घूमता रहता था, ताकि उसे राज्य और प्रजा की वास्तविक स्तिथि की सही सही जानकारी रहे। एक दिन जब वह सादे कपड़ों में घूम रहा था, तो उसने देखा की कुछ मजदूर भारी भारी खम्बों को उठाने का प्रयास कर रहें है, लेकिन तरकीब से काम नहीं लेने के कारण, वे उन्हें बड़ी मुश्किल से उठा पा रहें हैं।
उसने देखा कि, पास ही खड़ा उनका इंजीनियर, उन्हें बस निर्देश दे रहा है, लेकिन उन्हें भारी खम्बों को उठाने की कोई तरकीब नहीं सिखा रहा है!। यह देखकर नेपोलियन ने उससे पुछा “आप इन मजदूरों की कोई मदद क्यों नहीं करते?”
उस इंजीनियर ने कहा “तुम्हे मालूम है में कौन हूँ?”
नेपोलियन ने जवाब दिया “नहीं में तो यहाँ अजनबी हूँ! में आपको नहीं जानता”
उस इंजीनियर ने क्रोध भरे स्वर में कहा “में यहाँ का हेड इंजिनीयर हूँ” ।
यह जवाब सुनकर नेपोलियन बिना कुछ कहे मजदूरों के पास जाकर उनकी मदद करने लगा,
कुछ देर बाद जब नेपोलियन जाने लगा तो उस इंजीनियर ने उससे पुछा “आप कौन हैं”?
नेपोलियन ने कहा “इंजीनियर साहब, में नेपोलियन हूँ” यह जवाब सुनकर वह शर्मिंदा हो गया और नेपोलियन से अपने अहंकारी व्यवहार के लिए माफ़ी मांगी।
The Moral of This Hindi Motivational Story is
हमें टीम भावना के साथ काम करते हुए, अपने पड़ से छोटे कर्मचारियों और मजदूरों की मदद करना चाहिए, उन्हें काम करने की नयी और उन्नत तकनीके सिखाना चाहिए तभी कंपनी की तेज़ तरक्की संभव हो पायेगी!
सभी हिंदी कहानियों की लिस्ट यहाँ है।
List of Motivational Hindi Stories