Rahim Ke Dohe in Hindi रहीम के दोहे
Rahim Ke Dohe in Hindi रहीम के दोहे 1.सीत हरत, तम हरत नित, भुवन भरत नहि चूक। रहिमन तेहि रबि को कहा, जो घटि लखै उलूक।। (सूर्य शीत को भगा देता है, अंधकार का नाश कर देता है और सारे संसार को प्रकाश से भर देता है। पर सूर्य का क्या दोष यदि उल्लू […]