अनसुलझे रहस्य से भरा पड़ा है ब्रहम्मांड !!!
कॉस्मोलॉजी, एस्ट्रोनॉमी की एक शाखा है, इसके अंतर्गत ब्रह्मांड की उत्पत्ति,विकास और ब्रह्मांड का अंत किस प्रकार होगा इसे समझने का प्रयास किया जाता है, यूनिवर्स की उत्पत्ति, बिग बैंग से लेकर वर्तमान समय तथा भविष्य में ब्रह्मांड की अवस्था क्या होगी इसी के अध्ययन करने के विज्ञान को कॉस्मोलॉजी कहा जाता है. नासा के अनुसार यूनिवर्स के सभी गुणों का बड़े पैमाने पर वैज्ञानिक अध्ययन ही कॉस्मोलॉजी है.
ब्रह्मांड के अनसुलझे प्रश्न कौन से हैं?
हमारा यूनिवर्स अनसुलझे रहस्यों से भरा पड़ा है हम कॉस्मोलॉजी के जरिए इन रहस्य को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं इन रहस्य में कुछ इस प्रकार है.
ब्रह्मांड की उत्पत्ति किस प्रकार हुई ?
बिग बैंग से पहले क्या था?
ब्रह्मांड कितना पुराना है?
पहले तारों की उत्पत्ति हुई या गैलेक्सी ओं का निर्माण पहले हुआ?
डार्क मैटर और डार्क एनर्जी क्या है?
क्या 1 से भी अधिक यूनिवर्स मल्टीवर्स है?
यूनिवर्स चारों दिशाओं में फैलता क्यों जा रहा है? इसके फैलने की दर लगातार बढ़ क्यों रही है?
यूनिवर्स का अंत किस प्रकार होगा ?क्या यह अनंत काल तक फैलता ही जाएगा? या फिर एक समय बाद यह सिकुड़ना प्रारंभ करेगा और अंत में एक बिंदु पर समाप्त हो जाएगा?
यह और इनके जैसे ही अन्य ज्वलंत और रोचक प्रश्नों का उत्तर वैज्ञानिक, कॉस्मोलॉजी के द्वारा प्राप्त करने का प्रयास कर रहे हैं. कॉस्मोलॉजी शब्द को कई बार अंधविश्वास और धार्मिक कोस्मोलोजी के रूप में भी इस्तेमाल कर लिया जाता है इसलिए वैज्ञानिक कॉस्मोलॉजी के लिए कभी कभी फिजिकल कॉस्मोलॉजी शब्द का इस्तेमाल करना पड़ता है, ब्रह्मांड के विज्ञान के सिद्धांतों द्वारा अध्ययन को फिजिकल कॉस्मोलॉजी कहते हैं.
कॉस्मोलॉजी शब्द का पहले इस्तेमाल 1656 में थामस ब्लौंट Thomas blount ने किया था, इसके बाद इस शब्द का प्रयोग सन 1731 में जर्मन दर्शन शास्त्री क्रिश्चन वुल्फ ने अपनी किताब कॉस्मोलॉजीया जनरलिस में किया.
कॉस्मोलॉजी का अध्ययन कौन करता है?
कॉस्मोलॉजी का अध्ययन स्टूडेंट्स, प्रोफेसर, एस्ट्रोनामर, भौतिकशाश्त्रियों, दर्शनशास्त्रियों द्वारा किया जाता है आम जनता भी अब कोस्मोलोजी में अत्यधिक दिलचस्पी लेती है, कोस्मोलोजी की कई किताबें और टीवी व्रतचित्र काफी लोकप्रिय हुए हें, कॉस्मोलॉजी और एस्ट्रोनॉमी में यह मुख्य अंतर है कि कॉस्मोलॉजी पूरे ब्रह्मांड को समझने का प्रयास करती है जबकि एस्ट्रोनॉमी ब्रह्मांड में पाए जाने वाले हैं गैलेक्सी, तारों और दुसरे पिंडों का अध्ययन करती है. वर्तमान समय में कॉस्मोलॉजी का मुख्य सिद्धांत बिग बैंग सिद्धांत हैं.
कॉस्मोलॉजी के टूल्स क्या क्या है?
यूनिवर्स का अध्ययन कॉस्मोलॉजी के द्वारा करते समय कॉस्मोलॉजिस्ट भौतिक शास्त्र के प्रमुख सिद्धांतों,गणित और पर्यवेक्षण-ऑब्जर्वेशन का उपयोग करते हैं, आइंस्टीन का सापेक्षता का सिद्धांत कॉस्मोलॉजी में उपयोग होने वाला एक प्रमुख सिद्धांत है, इसके साथ क्वांटम मैकेनिक्स और स्ट्रिंग थ्योरी जैसे वैज्ञानिक सिद्धांत भी यूनिवर्स को समझने में उपयोग में लिए जाते हैं.
कॉस्मोलॉजी पर्यवेक्षण या ऑब्जर्वेशन करने के लिए सभी तरह के टेलीस्कोप, अंतरिक्ष टेलीस्कोप जैसे हबल स्पेस टेलीस्कोप, अंतरिक्ष प्रोब आदि का उपयोग किया जाता है, यही कॉस्मोलॉजी के प्रमुख टूल्स हैं
विश्व के प्रमुख कॉस्मोलॉजिस्ट कौन है?
वर्तमान समय में विश्व के प्रमुख कॉस्मोलॉजिस्ट स्टीफन हॉकिंग थे, यह आम जनता के बीच काफी लोकप्रिय थे क्योंकि इन्होंने अपने सिद्धांतों से ब्रह्मांड को समझने में सहायता प्रदान की. वर्तमान समय के कुछ प्रमुख कॉस्मोलॉजिस्ट किस प्रकार हैं.
- Stephen Hawking
- Carl Sagan
- Lawrence M. Krauss
- Neil deGrasse Tyson – Neil deGrasse Tyson के बारे में रोचक बातें
- Michio Kaku
- Alan Guth
- Neil Turok
- Andrei Linde
- Brian Greene
- George F. R. Ellis
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